सुपंक्तियाँ
Tuesday, October 25, 2016
इतना हताश तू क्यूँ
इस दीवाली कुछ
Sunday, October 23, 2016
सफलता तो मिल जाती
मेरा-मेरा करते करते
कमियाँ होती हैं
Saturday, October 22, 2016
खुशी के जैसा
Friday, October 21, 2016
काबिलीयत जिनमे है
सफलता को पाने का
Wednesday, October 19, 2016
आज है माना बुरा समय
शक से ज्यादा और
Saturday, October 15, 2016
सब कुछ न
Wednesday, October 12, 2016
सालों साल हैं
बेटियाँ तो होती हैं
इंसानियत से जो
Friday, October 7, 2016
आत्मविश्वास में
अंगदान करना होता
Thursday, October 6, 2016
बस ऊँचे कुल में
नहीं सताओ किसी
Tuesday, October 4, 2016
यौवन को क्यों
बनते हुए कार्य
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