सुपंक्तियाँ
Friday, November 11, 2016
लाख हो परदे एक न एक
Tuesday, November 8, 2016
बड़े ही नाज़ुक होते
माँ की गोद सा ना
Sunday, November 6, 2016
अगर कोई छोटे से छोटा
किसी और पर निर्भर
Wednesday, November 2, 2016
जितना तुम्हारे पास हो
छोटी-छोटी बातों का भी
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