सुपंक्तियाँ
Monday, July 17, 2017
सुविचार"सब कुछ जगत में क्षणभंगुर है "
सब कुछ जगत में क्षणभंगुर है
बस आत्मा ही होती अमर है
सुविचार"छोटा समझ कर के किसी की "
छोटा समझ कर के किसी की
सामर्थ्य को मत आंकना
अपनी पर अगर आ जाये तो
चींटी भी सकती हांथी को नचा
प्रतिभा नहीं मोहताज किसी अवसर की
प्रतिभा नहीं मोहताज किसी अवसर की
सब परिस्थितियों में ही यह बढ़ती
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)